Thursday, July 24, 2008

हस्ताक्षर

व्यक्तित्व का दर्पण होते हैं। व्यक्ति के हस्ताक्षर से उसके व्यक्तित्व का शब्दशः अंदाजा लगाया जा सकता है। सुंदर और आकर्षक हस्ताक्षर से ऐसा जान पड़ता है की व्यक्ति सुलझा हुआ और सज्जन है। परन्तु कभी- कभी हस्ताक्षर से लोग धोखा भी खा जाते हैं। कई सुंदर और चुटीले हस्ताक्षर करने वाले चालक और जालसाज भी हो सकते हैं। इसका उल्टा है कि टेड - mede aur कुरूप हस्ताक्षर करने वाले भी साहसी और उदार होते हैं। अस्पष्ट और अपठनीय हस्ताक्षर अच्छे नहीं समझे जाते।

3 comments:

Udan Tashtari said...

हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.

शैलेश भारतवासी said...

हिन्दी ब्लॉग परिवार में आपका स्वागत है। हम आपसे नियमित ब्लॉग लेखन की अपेक्षा करते हैं।

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Batangad said...

ठीक है हस्ताक्षर भर तो मैं बेहतर कर लेता हूं।