Monday, July 28, 2008

हँसी सेहत के लिए वरदान है

कोई हँसता दाँत दिखाकर, कोई मुख हाथ रखे। किसी ने केवल होंठ हिलाए, चाहे तुमको हँसी लगे। हँसना इक अच्छी भाषा है, थोड़े में बहुत कहे। हंसते-हंसते रो पड़ते कुछ, लगता जैसे दर्द सहे। कोई सपने देख के हँसता, कोई बीती याद करे। कुछ तो हंसने से भी डरते, जैसे कोई पाप करे। हंसो-हंसो और खूब हंसो, हँसना जीवन का आधार। रोते जीवन नहीं कटेगा, हो जाओगे तुम बीमार। हँसना जीवन काल बढाए, चाहो तो मनो इक बात। हँसते-हँसते बूढे हो गए, जिनके गिर गए पूरे दाँत। लोट-पोट होकर जो हँसते, उनकी देखो सेहत न्यारी। खूब चैन की नींद हैं सोते, पास न आ पति बीमारी।

2 comments:

Unknown said...

सही बात है. हँसना जीवन है. हंसो और खूब हंसो. पार्क में हम कुछ लोग इकट्ठे होकर खूब हँसते हैं.

Advocate Rashmi saurana said...

bilkul sahi. bhut badhiya.
aap apna word verification hata le taki humko tipani dene me aasani ho.