Tuesday, July 7, 2009

श्रावण मै स्वास्थ्य

सावन के महीने में हरियाली के साथ ही मौसम भी खुशनुमा हो जाता है। खट्टा-मीठा-चटपटा खाने को मन ललचाने लगता है। बारिश की फुहारों के साथ भजिये खाने का मज़ा ही निराला होता है। परन्तु खाने के स्वाद के साथ ही स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। हो सके तो बरसात में पानी उबालकर पियें। जितनी भूख हो उससे एक रोटी कम ही खाएं। अधिक खाने और ज्यादा भूखे रहने से अनेक बीमारियाँ होती हैं पर कम खाने से कुछ बिमारिओं से बचा जा सकता है। उत्तम स्वास्थ्य ही हमारी पूँजी है।

6 comments:

Unknown said...

upyogi baat !
dhnyavaad...........

Anonymous said...

बढ़िया,,, उपयोगी जानकारी...

Science Bloggers Association said...

Bahut kaam ki salah di hai, aabhaar.
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }

M VERMA said...

achchhi aur upyogi

एक स्वतन्त्र नागरिक said...

आप द्वारा सामान्य विषयों पर उपयोगी किन्तु अत्यंत संक्षिप्त जानकारी दी जाती है.
अगर अन्यथा न लें तो इतना कहना चाहूँगा कि अगर आप इन रचनाओं में कुछ और जानकारियों का समावेश कर लें, उदाहरण के लिए पारंपरिक रूप से इस मौसम में क्या व्यंजन प्रचलित हैं तथा विशेषकर आपके क्षेत्र में क्या क्या व्यंजन लोकप्रिय हैं, आयुर्वेद के अनुसार इस मौसम में क्या सावधानियां होनी चाहियें आदि.
यद्यपि इसके लिए कुछ अध्ययन अपेक्षित होगा परन्तु सफलता उनको ही मिलती है जो उसके लिए प्रयत्नशील रहते हैं. आपके लेखन हेतु शुभकामनाएं.

Udan Tashtari said...

आभार उपयोगी जानकारी और संज्ञान का.