Monday, January 12, 2009

युवा दिवस

कल शायद आपने भी युवा दिवस मनाया हो। जरा ये भी सोचिये की आपकी युवा होती बेटी की क्या समस्याएं हैं। उसके अध्ययन स्थल की, आने-जाने की, कपड़े चुनने की, विषय चुनने की या व्यवसाय चुनने की। बचपन की समस्याओं से तो माँ-बाप आराम से निपट लेते हैं, परन्तु युवा बेटियों की समस्याएं काफी जटिल होती हैं। उनकी समस्याओं को ध्यान से सुने और ठंडे दिमाग से उनका हल ढूंढे। यदि अधिक परेशानी हो तो सबंधित टीचर से सलाह लें। समय के साथ सामंजस्य बनाकर चलेंगे तो आपकी बेटी की मुश्किलें आसन हो जाएँगी। अपनी बेटी पर विश्वास करें और दुनिया में जीने के अच्छे गुर सिखाएं।

2 comments:

संगीता पुरी said...

अपनी बेटी पर विश्वास करें और दुनिया में जीने के अच्छे गुर सिखाएं।
बहुत सही कहा है।

Unknown said...

bahut sahi kaha aapne..