दीप एक ऐसा जलाएं , सारा जहाँ रोशन हो जाए। बाटें खुशियाँ ऐसे, सब खुश-खुश हो जायें। दीप-पर्व ऐसा त्यौहार है जिसे हर घर में उत्साह से मनाया जाता है। हमने भी मनाया और आपने भी मनाया होगा। गणपति-लक्ष्मी की पूजा के बाद घर को दीयों से सजाकर रोशन किया, मिठाइयों का भोग लगाकर बांटा और खाया। पर क्या हमने यह सोचा की हमारे देश के कितने लोग आज भूखे रहे? नहीं न! जरा सोच कर देखें. यदि हम अपनी जरूरतों में से थोड़ा सा कम कर किसी और को देकर देखें तो एक अजीब सी शान्ति मिलेगी. यही सही मायने में पर्व का हर्षोल्लास है. सभी को दीपोत्सव की शुभकामनायें।
Friday, October 31, 2008
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1 comment:
आपने बहुत अच्छा िलखा हैें-
http://www.ashokvichar.blogspot.com
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