Thursday, September 4, 2008

डॉक्टर राधाकृष्णन


डॉक्टर राधाकृष्णन का जन्म ५ सितम्बर को हुआ था। जब वे राष्ट्रपति बने और उनका जन्मदिन मनाने की बात की गई, तो उन्होंने सोचा ऐसा कुछ किया जाय जिससे यह दिन सदा के लिए यादगार बन जाय। उन्होंने कहा- यदि आप मेरा जन्मदिन मानना ही चाहते हैं, तो इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाये और देश का भविष्य बनाने वाले शिक्षकों का सम्मान करें। चूँकि वे स्वयं भी एक शिक्षक थे और जानते थे कि किस प्रकार मेहनत करके एक शिक्षक अपने विद्यार्थी को गुणवान बनता है। वह सारी खूबियाँ जो उसमे हैं, देने कि कोशिश करता है। आज भी हमारे देश में इस परम्परा का निर्वाह किया जा रहा है। स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी अपने शिक्षकों का यथोचित सम्मान करते हैं। जिन व्यक्तियों का कल ५ सितम्बर को जन्मदिन है, उन्हें मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ।

2 comments:

अनुनाद सिंह said...

हिन्दी चिट्ठाकारी में आपका स्वागत है| लगता है कि आप शिक्षण क्षेत्र में ही कार्यरत हैं। उन सभी महानुभावों को नमन जो देश को पुनः विश्व गुरू बनाने का महान कार्य में संलग्न हैं।

Udan Tashtari said...

शिक्षक दिवस पर बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.